समर्पण ब्लड बैंक
महामहिम राज्यपाल श्री रोमेष भण्डारी जी द्वारा इसका विधिवत् उद्घाटन दिनाक 27 जुलाई, 1996 को किया गया था। इस ब्लड बैंक से केवल विनिमय के आधार पर रक्त व रक्त अवयव की आपूर्ति की जाती है। सभी रक्त जो विनिमय व दान में प्राप्त होता है उसका एड्स, हिपेटाइटिस बी व सी, बी.डी.आर.एल., मलेरिया पेरासाइट, हीमोग्लोबिन आदि का परीक्षण होता है। परीक्षण में अत्याधुनिक कम्प्यूटराइज्ड परीक्षण मषीन जॉनसन एड जॉनसन की “ई०सी०आई०” का इस्तेमाल होता है।
तत्कालीन मुख्य मंत्री उत्तर प्रदेष माननीय श्री राम प्रकाष गुप्त जी के द्वारा जूलाई 04, 2000 को रक्त से अवयव को अलग करने वाली यूनिट का उद्घाटन किया था। रक्त अवयव की आपूर्ति के लिये समर्पण ब्लड बैंक द्वारा विष्व विख्यात मषीनों का उपयोग किया जाता है एवं आगरा मण्डल क्षेत्र में समर्पण ब्लड बैंक ही ऐसी संस्था है जिसमें कि जापान की कम्पनी टेरिमो पेनपोल की टीएस-2 का उपयोग शुरू किया जा रहा है। इस मषीन के उपयोग से निर्मित ‘रक्त अवयव ष्वेतरक्त कणिकायें मुक्त” होते है, जिससे मरीजों को ट्रांसफ्यूजन के दौरान होने वाले रियेक्षन से बचा जा सकता है। साथ ही जम्बौ पैक प्लेटलेटस के लिये हमारे यहा विष्व की बेहतर कम्पनियों की चार विदेषी मषीनों की व्यवस्था है जिसमे 1 टेरीमो पेनपोल, 1 फैनवाल कम्पनी व 1 फ्रेसेनियस की हैं अवष्यकता पड़ने पर एक साथ चार मरीजों के लिये जम्बौ पैक बनाने की व्यवस्था है।
समर्पण ब्लड बैंक द्वारा वर्ष अप्रेल, 2000 से मार्च, 2017 तक 362198 यूनिट रक्त, 86593 यूनिट पैक्ड सेल, 33154 यूनिट प्लेटिलेट्स, 72546 यूनिट एफ.एफ.पी. व 9294 यूनिट जम्बौ पैक प्लेटिलेट्स मरीजों कोदिया जा चुका है।